SOG Kya Hai-:अगर आपने कभी किसी स्पेशल ऑपरेशन फोर्स के बारे में सुना है तो SOG का नाम जरूर सामने आया होगा यह कोई आम टीम नहीं है बल्कि खास ट्रेनिंग और एडवांस स्किल्स से लैस एक स्पेशल ग्रुप होता है जो केवल मुश्किल और खतरनाक मशीनों के लिए तैयार किया जाता है
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इनकी एक गलती पूरे ऑपरेशन को फेल कर सकती है इसलिए इन्हें केवल सबसे बेहतरीन और चुने हुए जवानों में से ही सेलेक्ट किया जाता है लेकिन आखिर SOG इतना खास क्यों है इसकी ट्रेनिंग कैसे होती है औरSOG Kya Hai यह किन मशीनों पर काम करता है इन सब सवालों के जवाब आपको इस आर्टिकल में मिलेंगे इस लिए इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़े
SOG Kya Hai
SOG Kya Hai-:एसओजी एक ऐसी विशेष टीम होती है जिसे सबसे मुश्किल और खतरनाक मशीनों के लिए तैयार किया जाता है आमतौर पर जब स्थिति बेकाबू हो जाती है और साधारण सुरक्षा बलों के लिए हालात संभालना मुश्किल हो जाता है तब SOG को मोर्चे पर भेजा जाता है उनकी ट्रेनिंग बेहद कठोर होती है ताकि यह तेजी होशियारी और बेहतरीन रणनीति के साथ अपने ऑपरेशन को अंजाम दे सके आतंकवाद विरोधी अभियानों से लेकर गुप्त मिशनों और हाई प्रोफाइल ऑपरेशन तक SOG को हर चुनौती के लिए तैयार किया जाता है इनका हर मिशन गुप्त और संवेदनशील होता है जिसमें गलती की कोई गुंजाइश नहीं होती
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SOG Kya Hai -: फुलफॉर्म SOG का पूरा नाम स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप होता है
SOG किन मिशनों पर काम करती है
SOG का हर मिशेल बेहद संवेदनशील हो और खतरनाक होता है इन्हें वहां भेजा जाता है जहां आम सुरक्षा बल ऑपरेशन को संभालने में असमर्थ होते हैं यह टीम गुप्त रणनीतियो एडवांस हथियारों और तेज दिमाग के साथ काम करती है ताकि हर मिशन को बिना किसी बड़ी क्षति के पूरा किया जा सके
SOG के मुख्य ऑपरेशन
- जब देश की किसी हिस्से में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ जाती है तो इस फौजी को वहां भेजा जाता है इनका मुख्य काम आतंकवादियों को पकड़ना या उनका खात्मा करना होता है
- जब आतंकवादी अपराधी निर्दोष लोगों को बंधक बना लेते हैं तो SOG को बुलाया जाता है यह टीम तेज और सिटी कार्रवाई करके बंधको को सुरक्षित बाहर निकलती है
- कई बारे ऐसे मिशन होते हैं जिन्हें सार्वजनिक नहीं किया जाता SOG गुप्त मिशनों में भी शामिल होती है जहां दुश्मन की गतिविधियों पर नजर रखनी होती है या उन्हें खत्म करना होता है
- दुश्मन कई बार हमारी सीमाओं में घुसपैठ की कोशिश करते हैं तो SOG ऐसे मामलो में तेजी से कार्रवाई करके घुसपैठियों को पकड़ने या खत्म करने का काम करती है
- कभी कभी देश को ऐसे खतरनाक अपराधीयो या आतंकवादियों से खतरा होता है जीने मार गिराना जरूरी हो जाता है एसओजी को खास तौर पर ऐसे हाई प्रोफाइल टारगेट एलिमिनेशनस के लिए तैनात किया जाता है
- SOG का हर मिशन तेजी गुप्त रणनीति और जबरदस्त टीम वर्क पर आधारित होता है इनकी एक भी गलती पूरे ऑपरेशन को फेल कर सकती है इसलिए हर कदम सोच समझकर उठाया जाता है
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SOG की ट्रेनिंग कैसे होती है
अगर आप सोच रहे हैं की SOG का हिस्सा बनना आसान है तो ऐसा बिल्कुल नहीं है यहां सिर्फ वही लोग पहुंचे हैं जो असाधारण हिम्मत धैर्य और जबरदस्त शारीरिक क्षमता रखते हैं एसओजी की ट्रेनिंग आम सैनिकों से कई गुना कठिन होती है क्योंकि इन्हें खतरनाक मशीनों पर भेजा जाता है जहां गलती की कोई क्षमता नहीं होती
ट्रेनिंग
- एसओजी कमांडो को लंबी दूरी तक दौड़ना मुश्किल हालात में सर्वाइव करना और बिना थके घंटो ऑपरेशन में डटे रहने की ट्रेनिंग दी जाती है उनकी फिटनेस किसी एथलीट से काम नहीं होती
- केवल शारीरिक ताकत नहीं मानसिक मजबूती भी अवश्य होती है एसओजी कमांडो को ऐसे हालात में डाला जाता हैं जहां उन्हें तनाव भूख और नींद की कमी के बावजूद सही फैसला लेने होते है
- SOG के जवानो को स्नाइपर राइफल्स , असॉल्ट गन्स , ग्रेनेड्स और हाई टेक हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती है ताकि वह किसी भी परिस्थिति में खुद को और अपने ऑपरेशन को सुरक्षित रख सके
- SOG स्पेशल ऑपरेशन की प्लानिंग दुश्मन पर नजर रखना और बिना किसी को शक हुए मिशन पूरा करने की ट्रेनिंग दी जाती है
- जब किसी मिशन में हथियारों का उपयोग संभव न हो तब SOG कमांडो खाली हाथ भी दुश्मन को मात देने में सक्षम होते हैं
- एसओजी के जवानों को ऐसे हालात में डाल दिया जाता है जहां उनके पास कोई मदद नहीं होती इन्हें तेजी से निर्णय लेने हालत को समझने और बिना घबराए मिशन पूरा करने की आदत डलवाई जाती है
- एसओजी की ट्रेनिंग केवल ताकतवर तकनीकी ही नहीं बल्कि जज़्बे और जुनून की भी परीक्षा होती है यही वजह है कि हर कोई इसका हिस्सा नहीं बन पाता बल्कि वही लोग इसमें आते हैं जो देश के लिए कुछ भी कर गुजरने का जज़्बा रखते हैं
SOG की सेलरी
एसओजी कमांडो बनने का केवल एक नौकरी नहीं बल्कि देश के लिए मर मिटने की जिम्मेदारी होती है यहाँ जवान अपनी जान हथेली पर रखकर काम करते हैं इसलिए उनकी सेलरी भी आम सैनिकों से ज्यादा होती है लेकिन केवल पैसे के लिए कोई एसओजी में शामिल नहीं होता यहां आने वाले हर जवान के दिल में देशभक्ति का जुनून और जज्बा होता है
पद | सैलरी |
एसओजी कमांडो | 50000 से 80000 तक |
अनुभवी एसओजी कमांडो | 80000 से 120000 तक |
टीम लीडर /हेड | 120000 से 2 लाख तक |
मिशन स्पेशलिस्ट | 150000 से 250000 तक |
एसओजी की सैलरी जितनी अच्छी होती है उससे ज्यादा इसमें सम्मान और देशभक्ति का जज्बा होता है यह केवल एक नौकरी नहीं बल्कि देश की रक्षा करने का संकल्प है
SOG का इतिहास
हर महान ताकत के पीछे एक शानदार इतिहास होता है और एसओजी की कहानी भी कुछ ऐसी ही है इसकी शुरुआत देश की सुरक्षा और मजबूर करने और आतंकवाद जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए की गई थी यह केवल एक आम सुरक्षा बल नहीं बल्कि देश के सबसे बेहतरीन और बहादुर जवानों की टीम है जिन्हें खास मिशनो और गुप्त ऑपरेशन के लिए तैयार किया जाता है
SOG की शुरुआत कैसे हुई
SOG का गठन तब किया गया जब देश को ऐसे स्पेशल कमांडोज़ की जरूरत महसूस हुई जो हाई प्रोफाइल मशीनों को अंजाम दे सके आम पुलिस सेना हर ऑपरेशन को नहीं संभाल सकती थी इसलिए एक खास ट्रेनिंग और एडवांस रणनीति से लैस फोर्स की जरूरत महसूस हुई
कई राज्यों में आतंकवादी गतिविधियों को काबू रखने के लिए SOG जैसी टीमों को खड़ा किया गया इनका काम केवल अपराधी को पकड़ना नहीं बल्कि मिशन को इस तरह अंजाम देना था कि नुकसान कम से कम होSOG ने अपने शुरुआती दिनों से ही खतरनाक मशीनों से सफलता हासिल की जिससे यह देश की सबसे भरोसेमंद और ताकतवर स्पेशल फोर्स में से एक बन गई आज की यह टीम आतंकवाद विरोधी अभिनव बंधन बचाओ मिशन और गुप्त ऑपरेशन में सबसे आगे रहती है
आज का SOG
आज SOG आधुनिक हथियारों हाईटेक ट्रेनिंग और इंटरनेशनल लेवल की रणनीति के साथ पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हो चुकी है इनकी तेजी सटीकता और बहादुरी ही इन्हे बाकी सुरक्षा बलों से अलग बनाती है
FAQs
प्रश्न – एसओजी का असली उद्देश्य क्या है?
उत्तर -एसओजी को खास तौर पर खतरनाक मिशनों को अंजाम देने के लिए बनाया गया है यह टीम आतंकवाद, बंधक बचाओ और गुप्त ऑपरेशन में माहिर होती है
प्रश्न – क्या कोई भी एसओजी में शामिल हो सकता है?
उत्तर – नहीं केवल बेहतरीन फिजिकल ओर मेंटल फिटनेस वाले जवान ही SOG का हिस्सा बन सकते हैं चुने गए कैंडिडेट को कठिन ट्रेनिंग और के टेस्ट से गुजरना पड़ता है
प्रश्न – एसएसजी कमांडो की लाइफ कैसी होती है ?
उत्तर – बेहद चुनौती पूर्ण इन्हें हमेशा चौकन्ना रहना पड़ता है कई बार बिना आराम के लगातार मिशन पूरे करने होते हैं यह केवल एक जॉब नहीं बल्कि जुनून और देशभक्ति का दूसरा नाम है
प्रश्न – क्या SOG केवल आतंकवादी के खिलाफ काम करती है?
उत्तर – नहीं SOG घुसपैठ रोकने हाई प्रोफाइल क्रिमिनल्स को पकड़ने ग्रुप ऑपरेशंस और इमरजेंसी रेस्क्यू मिशन में भी शामिल होती है