CTI Course Kya Hota Hai | योग्यता, सिलेबस, सैलरी व अप्लाई प्रक्रिया जाने

आज के दौर में तकनीकी शिक्षा का महत्व लगातार बढ़ रहा है यदि आपने आईटीआई या डिप्लोमा किया है और अपने करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जाना चाहते हैं तो CTI (क्राफ्ट इंस्ट्रक्टर ट्रेनिंग) कोर्स आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है यह कोर्स खासतौर पर उन लोगों के लिए तैयार किया गया है जो किसी आईटीआई संस्थान में शिक्षक बनना चाहते हैं या तकनीकी क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करके सरकारी या निजी कंपनियों में नौकरी करना चाहते हैं

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इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि CTI कोर्स क्या है, इसे करने की योग्यता क्या होती है कोर्स की अवधि, सिलेबस, फीस, करियर विकल्प, सैलरी और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ। अगर आप भी इस क्षेत्र में भविष्य बनाना चाहते हैं तो यह जानकारी आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगी!

CTI Course Kya Hota Hai

CTI कोर्स क्या होता है-:CTI कोर्स एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जिसे आईटीआई या डिप्लोमा करने के बाद ही किया जा सकता है मुख्य रूप से यह कोर्स उन लोगों के लिए होता है जिन्होंने आईटीआई किया है और आगे एक बेहतर करियर बनाना चाहते हैं खासकर, यदि आप किसी आईटीआई कॉलेज में शिक्षक बनना चाहते हैं, तो CTI कोर्स अनिवार्य होता है इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप किसी सरकारी या निजी आईटीआई संस्थान में ट्यूटर या शिक्षक के रूप में काम कर सकते हैं

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इसके अलावा, आप किसी निजी या सरकारी कंपनी में भी नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं या अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं CTI कोर्स के लिए कुछ विशेष योग्यता मापदंड होते हैं जिनका पालन करना आवश्यक होता है हर डिग्री या डिप्लोमा धारक इस कोर्स के लिए पात्र नहीं होता बल्कि केवल कुछ चुनिंदा क्षेत्रों में आईटीआई करने वाले ही इसके लिए आवेदन कर सकते हैं कुल मिलाकर, यह कोर्स उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है जो तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में अपने करियर को आगे बढ़ाना चाहते हैं।

CTI कोर्स की फुल फॉर्म क्या है

CTI कोर्स की फुल फॉर्म क्राफ्ट इंस्ट्रक्टर ट्रेनिंग(Craft Instructor Training) होती है। इसे हिंदी में (केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान) कहा जाता है यह एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य आईटीआई या डिप्लोमा धारकों को प्रशिक्षित करना और उन्हें शिक्षक या प्रशिक्षक बनने के योग्य बनाना है

इस कोर्स के दौरान उम्मीदवारों को उनके तकनीकी कौशल को और निखारने, शिक्षण पद्धतियों को समझने और वास्तविक कार्यस्थल पर उपयोग होने वाली तकनीकों की जानकारी देने पर जोर दिया जाता है यानी आईटीआई या डिप्लोमा में जो भी तकनीकी ज्ञान प्राप्त किया गया है, उसे व्यावहारिक रूप से कैसे लागू किया जाए, यही CTI कोर्स में सिखाया जाता है।

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चूंकि यह एक मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण प्रोग्राम है इसलिए इसकी डिग्री पूरे देश में मान्य होती है जिससे इसे केंद्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम भी कहा जाता है।

CTI कोर्स की अवधि कितनी होती है

CTI कोर्स की अवधि अन्य डिग्री कोर्स की तरह लंबी नहीं होती है यह एक प्रशिक्षण (ट्रेनिंग) कार्यक्रम है, जिसमें मुख्य रूप से व्यावहारिक और तकनीकी कौशल पर ध्यान दिया जाता है इस कोर्स को पूरा करने में कुल 1 वर्ष (12 महीने) का समय लगता है,CTI कोर्स को चार सेमेस्टर में विभाजित किया गया है जिनमें से प्रत्येक सेमेस्टर की अवधि 3 महीने होती है। प्रत्येक सेमेस्टर में छात्रों को अलग-अलग विषयों की गहराई से जानकारी दी जाती है जिससे वे तकनीकी और शिक्षण क्षेत्र में कुशल बन सकें।

CTI कोर्स की कुल अवधि का सारांश

  • कुल अवधि 1 वर्ष (12 महीने)
  • कुल सेमेस्टर 4
  • प्रत्येक सेमेस्टर की अवधि 3 महीने

CTI कोर्स सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद उम्मीदवारों को CTI सर्टिफिकेट प्राप्त होता है जिससे वे किसी भी आईटीआई या तकनीकी संस्थान में शिक्षक बनने के योग्य हो जाते हैं।

CTI कोर्स के लिए आयु सीमा

अगर आप CTI कोर्स करना चाहते हैं, तो आपकी उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए यदि आपकी उम्र 18 साल से कम है तो आपको इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा वहीं अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष तय की गई है यानी जो उम्मीदवार 18 से 40 वर्ष की आयु के बीच आते हैं वे इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं इस आयु सीमा के भीतर आने वाले सभी इच्छुक उम्मीदवार CTI कोर्स करके अपने करियर को एक नई दिशा दे सकते हैं।

CTI कोर्स के लिए आवश्यक पात्रता (CTI Course Eligibility)

CTI कोर्स करने के लिए कुछ आवश्यक पात्रताएं होती हैं जिन्हें पूरा करना अनिवार्य होता है यह कोर्स हर किसी के लिए उपलब्ध नहीं होता बल्कि केवल उन्हीं उम्मीदवारों को प्रवेश मिलता है जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से आईटीआई या डिप्लोमा किया हो यदि आपने केवल दसवीं या बारहवीं तक की पढ़ाई की है

तो आप इस कोर्स के लिए योग्य नहीं माने जाएंगे इसके अलावा आपका आईटीआई या डिप्लोमा किस क्षेत्र में किया गया है यह भी महत्वपूर्ण होता है आमतौर पर, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल या इससे जुड़े अन्य तकनीकी क्षेत्रों में आईटीआई या डिप्लोमा किए हुए उम्मीदवार ही इस कोर्स के लिए पात्र होते हैं यदि आपका आईटीआई या डिप्लोमा किसी अन्य विषय में है तो आप CTI कोर्स में प्रवेश नहीं ले सकते।

CTI कोर्स का सिलेबस

CTI कोर्स को कुल चार सेमेस्टर में विभाजित किया गया है जिनमें से प्रत्येक की अवधि तीन महीने होती है। हर सेमेस्टर में आपको अलग-अलग विषयों का प्रशिक्षण दिया जाता है और उसके बाद परीक्षा आयोजित की जाती है यदि आप सभी सेमेस्टर सफलतापूर्वक पास कर लेते हैं तो आपको CTI कोर्स का प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है इस कोर्स के चार सेमेस्टर निम्नलिखित हैं:

  1. ट्रेड तकनीक – प्रथम चरण
    पहले सेमेस्टर में ट्रेड तकनीक के मूलभूत सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है इसमें आपको आईटीआई के दौरान पढ़ाए गए सभी आवश्यक विषयों का पुनरावलोकन कराया जाता है इस चरण का उद्देश्य आपको उन विषयों को दोबारा समझाना और आपकी मूलभूत जानकारी को मजबूत करना होता है।
  2. ट्रेड तकनीक – द्वितीय चरण
    पहला चरण पूरा करने और परीक्षा में सफल होने के बाद, दूसरे सेमेस्टर में ट्रेड तकनीक का उन्नत स्तर सिखाया जाता है इसमें पहले सीखे गए विषयों को और अधिक गहराई से पढ़ाया जाता है जिससे आपका ज्ञान और कौशल दोनों मजबूत होते हैं इस चरण में तकनीकी विषयों को विस्तृत रूप में समझाया जाता है और उनका व्यावहारिक अनुप्रयोग भी सिखाया जाता है।
  3. प्रशिक्षण तकनीक (Training Techniques)
    यह सेमेस्टर मुख्य रूप से व्यावहारिक ज्ञान पर केंद्रित होता है अब तक आपने जो कुछ भी सीखा है उसे वास्तविक जीवन में कैसे लागू किया जाए, इसका प्रशिक्षण दिया जाता है इस दौरान प्रयोगशालाओं में प्रैक्टिकल कार्य करवाया जाता है जिससे आपकी समस्या समाधान करने की क्षमता विकसित होती है अंत में एक प्रायोगिक परीक्षा आयोजित की जाती है जिसे पास करने के बाद आप अंतिम सेमेस्टर में प्रवेश प्राप्त करते हैं।
  4. इंजीनियरिंग तकनीक (Engineering Techniques)
    यह CTI कोर्स का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण सेमेस्टर होता है इसमें आपको आधुनिक तकनीकी प्रणालियों और उनके व्यावहारिक उपयोग के बारे में सिखाया जाता है इस चरण में उन्नत तकनीकों पर जोर दिया जाता है जिससे आप अपने करियर के लिए सही दिशा चुन सकें इसके अलावा इसमें सिखाया जाता है कि आप अपनी विशेषज्ञता का उपयोग किस प्रकार विभिन्न उद्योगों में कर सकते हैं।

सभी चार सेमेस्टर सफलतापूर्वक पूरा करने और परीक्षाओं में पास होने के बाद आपको CTI कोर्स का प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है इसके बाद, आप आईटीआई संस्थानों में शिक्षक बन सकते हैं सरकारी या निजी कंपनियों में नौकरी कर सकते हैं या फिर अपने खुद के व्यवसाय की शुरुआत भी कर सकते हैं इस कोर्स को पूरा करने के बाद आपके पास करियर के कई नए अवसर उपलब्ध होते हैं

CTI कोर्स में प्रवेश प्रक्रिया

यदि आप CTI कोर्स करना चाहते हैं तो आपको यह जानना जरूरी है कि इसके लिए आवेदन वर्ष में चार बार लिए जाते हैं प्रवेश प्रक्रिया के तहत मार्च, जून, सितंबर और दिसंबर में अधिसूचना जारी की जाती है जिससे आप किसी भी सत्र में आवेदन कर सकते हैं।

CTI कोर्स के लिए आवेदन ऑनलाइन माध्यम से किया जाता है अधिसूचना जारी होने के बाद, आपको निर्धारित समय के भीतर आवेदन पत्र भरकर जमा करना होगा यदि आपका आवेदन स्वीकृत हो जाता है तो आपको अपनी पसंद के संस्थान में प्रवेश मिल सकता है इसके बाद आपको कोर्स की निर्धारित शुल्क का भुगतान करना होगा और प्रवेश की प्रक्रिया पूरी करनी होगी,एक बार प्रवेश मिलने के बाद आपको अगले एक वर्ष तक CTI कोर्स की पढ़ाई करनी होगी

कोर्स पूरा करने के बाद परीक्षा आयोजित की जाती है,जिसे सफलतापूर्वक पास करने पर आपको प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है जिससे आप अपने करियर को नई दिशा दे सकते हैं।

CTI कोर्स की फीस

CTI कोर्स करने से पहले आपको इसकी फीस की जानकारी होना जरूरी है यह एक सामान्य कोर्स है जिसकी फीस अधिक नहीं होती ताकि अधिकतर छात्र इसे आसानी से कर सकें इसके अलावा, आरक्षित वर्ग के छात्रों को कुछ शुल्क छूट भी दी जाती है,यदि आप सामान्य वर्ग से हैं तो आपको इस कोर्स के लिए एक वर्ष में कुल 6,000 रुपये चुकाने होंगे यानी प्रति माह 500 रुपये।

वहीं यदि आप आरक्षित वर्ग से आते हैं तो आपको रियायती दर पर 300 रुपये प्रति माह देने होंगे जिससे कुल वार्षिक शुल्क 3,600 रुपये रह जाता है यह फीस काफी किफायती है जिससे अधिकतर छात्र इसे आसानी से वहन कर सकते हैं।

CTI कोर्स का सेशन कब शुरू होता है

CTI कोर्स के लिए आवेदन वर्ष में चार बार लिए जाते हैं इसलिए इसके सेशन भी चार बार शुरू होते हैं यदि आप इस कोर्स में प्रवेश लेना चाहते हैं तो आपको सेशन शुरू होने की तिथियों की जानकारी होना आवश्यक है CTI कोर्स के नए सेशन निम्नलिखित महीनों में शुरू होते हैं:

  • फरवरी – पहले दिन से
  • मई – पहले दिन से
  • अगस्त – पहले दिन से
  • नवंबर – पहले दिन से

आप इन चार में से किसी भी सेशन में CTI कोर्स शुरू कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको उसी महीने की अधिसूचना के अनुसार आवेदन करना होगा सही समय पर आवेदन करने से आपको मनचाहे सेशन में प्रवेश मिल सकता है।

CTI कोर्स के बाद करियर विकल्प

CTI कोर्स करने के बाद आपके पास करियर के कई शानदार अवसर उपलब्ध होते हैं यह जानना जरूरी है कि इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप किन क्षेत्रों में काम कर सकते हैं और कौन-कौन से रोजगार के अवसर आपके लिए खुल सकते हैं यदि आप अपनी डिग्री पूरी करने के बाद CTI कोर्स कर रहे हैं तो यह समझना आवश्यक है कि इससे आपको कितने तरह के रोजगार विकल्प मिल सकते हैं।

CTI कोर्स करने के बाद आप निम्नलिखित क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं

  • आईटीआई शिक्षक
  • मैकेनिक
  • इलेक्ट्रीशियन
  • वायरमैन
  • मशीनरी ऑपरेटर
  • फिटर
  • टर्नर
  • मोटर वाहन मैकेनिक
  • इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर

इन क्षेत्रों में न केवल निजी कंपनियों में बल्कि सरकारी संस्थानों में भी नौकरी के अच्छे अवसर मिलते हैं खासकर सरकारी भर्तियों में CTI कोर्स किए हुए उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाती है इस कोर्स के माध्यम से आप तकनीकी क्षेत्र में एक स्थिर और सफल करियर बना सकते हैं।

CTI कोर्स के बाद नौकरी के अवसर

CTI कोर्स पूरा करने के बाद आपको संस्थान द्वारा एक प्रमाण पत्र दिया जाएगा जिसकी मदद से आप विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं यह प्रमाण पत्र आपको देशभर के निजी और सरकारी संस्थानों में नौकरी पाने के योग्य बनाता है,CTI कोर्स करने के बाद सरकारी और प्राइवेट, दोनों सेक्टर में रोजगार के अवसर उपलब्ध होते हैं

यदि किसी क्षेत्र में नौकरी के लिए भर्ती निकली है तो आपको उसके लिए आवेदन करना होगा, आवेदन के साथ अपने CTI कोर्स का प्रमाण पत्र संलग्न करना जरूरी होगा इसके बाद आपकी योग्यता और कौशल का आकलन किया जाएगा जिसमें साक्षात्कार (इंटरव्यू) या किसी अन्य मूल्यांकन प्रक्रिया से गुजरना पड़ सकता है।

यदि आप इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा कर लेते हैं तो आपको नौकरी मिल सकती है इस तरह CTI कोर्स करने के बाद आपके पास तकनीकी क्षेत्र में रोजगार के कई सुनहरे अवसर होते हैं।

CTI कोर्स के बाद सैलरी कितनी होगी

CTI कोर्स पूरा करने के बाद नौकरी मिलने पर सबसे बड़ा सवाल यह होता है कि वेतन कितना मिलेगा। शुरुआती दौर में वेतन बहुत अधिक नहीं होता लेकिन अनुभव और कौशल के आधार पर यह समय के साथ बढ़ता जाता है,CTI कोर्स करने के बाद आपको मिलने वाली सैलरी ₹15,000 से ₹35,000 के बीच हो सकती है यदि आपको सरकारी नौकरी मिलती है तो न केवल वेतन बेहतर होगा बल्कि इसके साथ अन्य सुविधाएँ, भत्ते और सुरक्षा भी मिलेंगी प्राइवेट सेक्टर में भी अनुभव के साथ वेतन में बढ़ोतरी होती रहती है

इसलिए CTI कोर्स करने के बाद आपकी सैलरी आपके कौशल अनुभव और नौकरी के प्रकार पर निर्भर करेगी।

FAQs

प्रश्न 1: CTI कोर्स कौन कर सकता है?
उत्तर- जिस उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से आईटीआई या डिप्लोमा किया हो वही इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकता है।

प्रश्न 2: CTI कोर्स कितने समय का होता है?
उत्तर- यह कोर्स 1 साल (12 महीने) का होता है और इसे 4 सेमेस्टर में बांटा गया है

प्रश्न 3: CTI कोर्स के लिए उम्र कितनी होनी चाहिए?
उत्तर- CTI कोर्स के लिए न्यूनतम उम्र 18 वर्ष और अधिकतम 40 वर्ष होनी चाहिए

प्रश्न 4: CTI कोर्स की फीस कितनी है?
उत्तर- सामान्य वर्ग के लिए इस कोर्स की फीस ₹6,000 प्रति वर्ष और आरक्षित वर्ग के लिए ₹3,600 प्रति वर्ष होती है

प्रश्न 5: CTI कोर्स के बाद क्या कर सकते हैं?
उत्तर- इस कोर्स के बाद आप आईटीआई में शिक्षक, मैकेनिक, इलेक्ट्रीशियन, वायरमैन, मशीन ऑपरेटर आदि बन सकते हैं

प्रश्न 6: CTI कोर्स के बाद सैलरी कितनी मिलती है?
उत्तर- शुरुआती सैलरी ₹15,000 से ₹35,000 प्रति माह तक हो सकती है जो अनुभव और नौकरी के अनुसार बढ़ती है।

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