जब हम भारत की सड़कों की बात करते हैं तो ये सिर्फ दूरी तय करने की सुविधा नहीं है बल्कि ये देश की प्रगति का आईना है भारत का राजमार्ग नेटवर्क चीन के बाद दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा है जो हर दिन लाखों लोगों का जीवन आसान बना रहा है राष्ट्रीय राजमार्ग देश के कोने कोने को जोड़ने वाली मुख्य सड़कें हैं और इनका निर्माण और रखरखाव भारत सरकार द्वारा ही किया जाता है
किसी भी देश की आर्थिक गति उसकी सड़कों से मापी जा सकती है और यही कारण है कि इन सड़कों का लगातार विस्तार हो रहा है जबकि राज्य राजमार्ग सीमित सीमा तक संचालित होते हैं राष्ट्रीय राजमार्ग पूरे देश की परिवहन प्रणाली की रीढ़ हैं 2017 से सरकार ने हर दिन 30 किलोमीटर राजमार्ग बनाने का लक्ष्य रखा है जो एक बड़ी उपलब्धि है इससे पता चलता है कि भारत न केवल विनिर्माण में तेज है बल्कि योजनाबद्ध भी है
यह भी पढ़े :-Tariff Kya Hai
आज राष्ट्रीय राजमार्ग सिर्फ वाहनों के परिचालन का साधन नहीं रह गए हैं बल्कि छोटे व्यवसायों को बड़े उद्योगों से जोड़ने वाली जीवन रेखा बन गए हैं और यही वो वजह है जो इन सड़कों को देश के भविष्य से जोड़ती है इस आर्टिकल में भारत के कुल कितने राष्ट्रीय राजमार्ग है List of Nation Highway in India के बारें में हम आपको यहाँ पूरी जानकारी दे रहे है
भारत में राष्ट्रीय राजमार्ग क्या हैं
भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों को देश की सबसे बड़ी और सबसे महत्वपूर्ण सड़क प्रणालियों में से एक माना जाता है। ये मार्ग देश के विभिन्न भागों को जोड़ने तथा जीवन के विभिन्न पहलुओं को सुगम बनाने का काम करते हैं जबकि यह भारतीय सड़कों का केवल 1.8% है इनकी लंबाई लगभग 70,548 किमी है और ये भारत के कुल यातायात का 40% संभालते हैं भारत का सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 44, जम्मू और कश्मीर से तमिलनाडु में कन्याकुमारी तक फैला हुआ है और इसकी कुल लंबाई 3,745 किमी है
दूसरी ओर एनएच 47 ए भारत का सबसे छोटा राष्ट्रीय राजमार्ग है जिसकी लंबाई केवल 6 किलोमीटर है और यह एर्नाकुलम को कोच्चि बंदरगाह से जोड़ता है यह इस बात का संकेत है कि प्रत्येक राष्ट्रीय राजमार्ग चाहे वह लंबा हो या छोटा अपनी भूमिका निभाता है
1988 में स्थापित एनएचएआई ने इसे एक संगठित और विशाल नेटवर्क में बदल दिया है अब भारत का राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क दुनिया के सबसे बड़े नेटवर्कों में से एक है जो न केवल यातायात की आवाजाही को सुगम बनाता है बल्कि देश की अर्थव्यवस्था और संस्कृति को भी जोड़ता है भारत का पहला राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 1 दिल्ली को पाकिस्तान की अटारी सीमा से जोड़ता था ये सड़कें देश के हर हिस्से को एक-दूसरे से जोड़ती थीं चाहे वह व्यापार हो पर्यटन हो या दैनिक यात्रा हो आज के समय में राष्ट्रीय राजमार्ग भारतीय समृद्धि और प्रगति के प्रतीक हैं
भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों का महत्व
राष्ट्रीय राजमार्ग भारतीय परिवहन प्रणाली की धड़कन हैं ये सड़कें न केवल दो स्थानों के बीच यात्रा को सुगम बनाती हैं बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों को जोड़कर समृद्धि का मार्ग भी प्रशस्त करती हैं इन राजमार्गों की मदद से माल का परिवहन तेजी से किया जाता है जिससे व्यापारिक गतिविधियां भी बढ़ जाती हैं इनका सीधा असर किसी राज्य की आर्थिक स्थिति पर पड़ता है, क्योंकि इन मार्गों के जरिए किसान से लेकर व्यापारी तक सभी अपना माल सस्ते और जल्दी भेज सकते हैं। राजमार्ग सामाजिक और सांस्कृतिक एकीकरण को भी बढ़ावा देते हैं
क्योंकि इनके माध्यम से लोग एक स्थान से दूसरे स्थान तक शीघ्रता से पहुंच सकते हैं साथ ही ये सड़कें रोजगार के अवसर भी पैदा करती हैं और राज्यों के बीच विकास के स्तर को समान बनाती हैं अंततः राष्ट्रीय राजमार्ग देश के विकास की रीढ़ हैं और इसे हर कदम पर नए आयाम देते हैं।
भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों का विकास
समय के साथ राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास में कई बदलाव हुए हैं अधिक यातायात के लिए पुरानी और संकरी सड़कों को चौड़ा किया गया है। इसके साथ ही, नई तकनीकों का उपयोग करके सड़कों की गुणवत्ता में सुधार किया गया है। इस विकास का व्यापार और परिवहन समय में कमी पर सीधा प्रभाव पड़ा है। भविष्य में इस नेटवर्क को और विकसित किया जाएगा, जिससे देश में यातायात सुविधाएं और भी अधिक प्रभावी हो जाएंगी।
भारत के राष्ट्रीय राजमार्गो की सूची list of nation highway in india
क्र०स० | राजमार्ग का नाम | मार्ग | कुल दूरी |
1. | NH 1 | दिल्ली-अंबाला- लुधियाना अमृतसर- इंडो पाक | 456 किमी० |
2. | NH 1 B | बटोटे-डोका-किस्तवार –स्य्म्थान पास –खानाबल | 274 किमी० |
3. | NH 1 A | जालन्धर –माधोपुर –जम्मू बनिहाल –श्रीनगर बारामुला –उरी | 663 किमी० |
4. | NH 1 C | दोमेल – कटरा | 8 किमी० |
5. | NH 1 D | श्रीनगर –कारगिल –लेह | 422 किमी० |
6. | NH 2 A | सिकंदरा –भोगनीपुर | 25 किमी० |
7. | NH 4 A | बेल्गौम –अनमोद –पोंडा –पणजी | 153 किमी० |
8. | NH 4 B | न्हावा शेवा –कालाम्बोली –पल्स्पे | 27 किमी० |
9. | NH 5 A | हरिदासपुर परदिप पोर्ट जंक्शन से | 77 किमी० |
10. | NH 7 A | पलायाकोत्तई –तूतीकोरिन पोर्ट | 51 किमी० |
11. | NH 8 A | अहमदाबाद –लिम्ब्दी –मोर्वी –कांदला मांडवी | 473 किमी० |
12. | NH 8 B | बमंबोरी –राजकोट –पोरबंदर | 206 किमी० |
13. | NH 8 C | चिलोडा –गांधीनगर –सरखेज | 46 किमी० |
14. | NH 8 D | जेतपुर – सोमनाथ | 127 किमी० |
15. | NH 8 E | सोमनाथ –भावनगर | 220 किमी० |
16. | NH 1 | अहमदाबाद –बड़ोदरा एक्सप्रेसवे | 93 किमी० |
17. | NH 9 | पुणे-सोलापुर –हैदराबाद –विजयवाड़ा मचिलिपत्नाम | 841 किमी० |
18. | NH 10 | दिल्ली –फाजिल्का –इंडो –पाक बॉर्डर | 403 किमी० |
19. | NH 11 | आगरा –जयपुर –बीकानेर | 582 किमी० |
20. | NH 12 | जबलपुर –भोपाल –खिलचीपुर –अक्रेला –झालवार –कोटा –बूंदी –डेविल –टोंक –जयपुर | 890 किमी० |
21. | NH 13 | सोलापुर –छत्तीसगढ़ -शिह्मोंग –मंगलोर | 691 किमी० |
22. | NH 14 | बेवर –सिरोही –राधापुर | 450 किमी० |
23. | NH 15 | पठानकोट –अमृतसर –भटिंडा –गंगानगर –बीकानेर –जैसलमेर –बारमेर –समखाली | 1526 किमी० |
24. | NH 16 | निज़ामाबाद-मचेरिअल –भोपल्पत्नाम –जगदलपुर | 460 किमी० |
25. | NH 17 | पनवेल –महाद –पणजी –कारवार –उडुपी –सुरत्कल –मंगलौर –कान्नानोरे –कोज्हिकोड़े –फ़रोख –पुदु –पोंनामी –चोव्घट –कन्नूर | 1269 किमी० |
26. | NH 24 | दिल्ली –मोरादाबाद –बरेली –लखनऊ | 438 किमी० |
27. | NH 39 | नामुलिगढ़-इम्फाल –पलेल –इंडो बर्मा बॉर्डर | 436 किमी० |
28. | NH 43 | रायपुर –जग्दलपुर –विज़िअनगरम | 551 किमी० |
29. | NH 44 | शिलोंग –पस्सी –बदरपुर –अगरतला –सबरूम | 630 किमी० |
30. | NH 45 | चेन्नई –ताम्ब्रम –तिन्दिवानाम विल्लुपुरम –त्रिउचिलापल्ली –मनाप्परै –डिंडीगुल –पेरियाकुलम –थेनी | 472 किमी० |
31. | NH 47 | सालेम –इरोड –कोइम्ब्तोर –पलघट –त्रिचुर –एर्नाकुलम –कुइलों –त्रिवेंद्रम- नागेर्कोइल –कन्याकुमारी | 640 किमी० |
32. | NH 54 | दबका –लुमडिंग –सिलचर –ऐजवल –तुइपंग | 850 किमी० |
33. | NH 58 | दिल्ली –गाजियाबाद –मीरुत –हरिद्वार –बद्रीनाथ –मन पस | 538 किमी० |
34. | NH 65 | अम्बाला –कैथल –हिस्सार –फतेहपुर –जोधपुर | 690 किमी० |
35. | NH 75 | ग्वालियर –झाँसी –छतरपुर –रेवा –रेनुकुत –गरवा –डाल्टेनगंज –इल्ल्हाबाद | 995 किमी० |
36. | NH 76 | पिन्द्वारा –उदयपुर, मंगलवार-कोटा शिवपुरी –झाँसी –बाँदा –इल्ल्हाबाद | 1007 किमी० |
37. | NH 78 | कटनी –शहडोल –अंबिकापुर –जशपुरनगर –गुमला | 559 किमी० |
38. | NH 79 | अजमेर –नसीराबाद –नीमुच –मंसदपुर –इंदौर | 500 किमी० |
39. | NH 86 | कानपूर –छतरपुर –सागर –भोपाल देवास | 674 किमी० |
40. | NH 200 | रायपुर-बिलासपुर –रायगढ़ –कनाक्तोरा –झारसुगुडा –कोचिंदा –देवगढ –तालचेर –चाधिखोले | 740 किमी० |
41. | NH 205 | अनंतपुर –रेनिगुनता –चेन्नई | 442 किमी० |
42. | NH 209 | डिंडीगुल –पोल्लाची –पलानी –कोइम्बतोरे –अन्नुर कोल्लेगल -बैंगलोर | 456 किमी० |
43. | NH 217 | रायपुर –गोपालपुर | 508 किमी० |
44. | NH 222 | कल्याण –अहमदनगर | 610 किमी० |
45. | NH 228 | साबरमती आश्रम –नदिय्द – आनंद –सूरत –नवसारी –दांडी | 374 किमी० |
46. | NH 31 | बरही- बख्तियारपुर –मोकामेह –पूर्णिया –दलकोला –सिलीगुड़ी –सेवोक –कोच बिहार –उत्तर सल्मारा –नलबारी –चरिली –अमिन गाँव जंक्शन | 1125 किमी० |
47. | NH 31 ए | सेवोक – गंगटोक | 92 किमी० |
48. | NH 31 B | उत्तर सल्मारा –जोगिघोपारा जंक्शन | 19 किमी० |
49. | NH 31 C | गलगलिया –बाघ डोगरा –चल्सा नागरकता –गोयेर्कता –दलगांव –हासीमारा –राजभुत खावा –कोच्गोँ – सिदिली –बिजनी | 235 किमी० |
50. | NH 3 | आगरा –ग्वालियर –शिवपुरी –इंदौर –धुले –नासिक –ठाणे –मुम्बई | 1161 किमी० |
51. | NH 4 | ठाणे- पुणे –बेलगाम –हुबली –बैंगलोर –कोलर –चित्तूर –रानीपेट –चेन्नई | 1235 किमी० |
52. | NH 5 | बहरागोरा –कटक-भुबनेश्वर –विशाखापत्तनम –विजयवाड़ा –गुंटूर –नेल्लोरे –चेन्नई | 1533 किमी० |
53. | NH 6 | हजीरा –धुले –नागपुर –रायपुर –संबलपुर –बहरागोरा कोलकता | 1949 किमी० |
54. | NH 7 | वाराणसी –मंगवान –रेवा –जबलपुर –लखनदों –नागपुर – कन्याकुमारी | 2369 किमी० |
55. | NH 8 | दिल्ली –जयपुर-अजमेर –उदयपुर –अहमदाबाद –वडोदरा –मुंबई | 1428 किमी० |
56. | NH 221 | विजयवाड़ा –भद्राचलम –जदलपुर | 329 किमी० |
57. | NH 219 | मदनापल्ले –कुप्पम –कृष्णागिरी | 150 किमी० |
58. | NH 218 | बीजापुर –हुबली | 176 किमी० |
59. | NH 210 | त्रिची –पुदुकोट्टई –देवाकोत्तई –रामनाथपुरम | 160 किमी० |
60. | NH 211 | सोलापुर –ओस्मनाबाद –औरंगाबाद –धुले | 400 किमी० |
61. | NH 203 | भुबनेश्वर –पूरी | 59 किमी० |
62. | NH 201 | बोरिगुम्मा –बोलांगीर –बारगढ़ | 310 किमी० |
63. | NH 119 | पुरी –नजीबाबाद –मीरुत | 260 किमी० |
64. | NH 108 | धरास –उत्तरकाशी –यमनोत्री –धाम | 127 किमी० |
65. | NH 104 | चकिया –सीतामढ़ी –जयनगर –नरहरिया | 160 किमी० |
66. | NH 102 | छपरा –रेवाघाट –मुजफ्फरपुर | 80 किमी० |
67. | NH 93 | आगरा –अलीगढ –बबराला –चंदौसी –मोरादाबाद | 220 किमी० |
68. | NH 35 | बारासात –बनगांव –इंडो बांग्लादेश बॉर्डर | 61 किमी० |
69. | NH 54 A | ठेरिअत –लुन्गिएइ | 9 किमी० |
70. | NH 55 | सिलीगुड़ी –दार्जलिंग | 77 किमी० |
71. | NH 56 | लखनऊ-वाराणसी | 285 किमी० |
72. | NH 57 | मुजफ्फरपुर –दरभंगा –फारबिसगंज –पूर्णिया | 310 किमी० |
73. | NH 59 | अहमदाबाद –गोधरा –धार –इन्दौर | 350 किमी० |
74. | NH 60 | बालासोर –खरगपुर –आसनसोल | 305 किमी० |
भारत में राष्ट्रीय राजमार्ग का इतिहास और उत्पत्ति
भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों की शुरुआत 1950 के दशक में हुई जब देश के सड़क नेटवर्क को मजबूत करने की आवश्यकता महसूस की गई पहले भारत में सड़कें बहुत अव्यवस्थित थीं लेकिन समय के साथ सरकार ने इन सड़कों को विकसित करने के लिए कदम उठाए। एनएच 1 जो दिल्ली से अटारी सीमा तक जाता है यह भारत का पहला राष्ट्रीय राजमार्ग था इसके बाद धीरे धीरे अधिकाधिक राजमार्गों का निर्माण किया गया जिससे पूरे देश में सम्पर्क और व्यापार को बढ़ावा मिला। आज ये राजमार्ग भारत के समग्र विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं।
FAQs
प्रश्न – राष्ट्रीय राजमार्ग और राज्य राजमार्ग में क्या अंतर होता है?
उत्तर – राष्ट्रीय राजमार्ग केंद्र सरकार द्वारा बनाए जाते हैं और राज्यों को जोड़ते हैं, जबकि राज्य राजमार्ग किसी विशेष राज्य के अंदर होते हैं और राज्य सरकार की देखरेख में होते हैं।
प्रश्न – क्या नेशनल हाईवे पर दोपहिया वाहन चलाना सुरक्षित होता है?
उत्तर – हां लेकिन दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनना, लेन का पालन करना और भारी वाहनों से दूरी बनाकर चलना ज़रूरी होता है क्योंकि हाईवे की स्पीड ज़्यादा होती है।
प्रश्न – राष्ट्रीय राजमार्ग पर अधिकतम गति सीमा क्या होती है?
उत्तर – आमतौर पर कारों के लिए यह सीमा 100 से 120 किमी/घंटा तक होती है, लेकिन यह मार्ग और क्षेत्र के अनुसार बदल सकती है, जिसे साइनबोर्ड पर दर्शाया जाता है।
प्रश्न – क्या राष्ट्रीय राजमार्गों पर आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध होती हैं?
उत्तर – हां अधिकतर प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों पर एंबुलेंस, क्रेन और पुलिस सहायता जैसी इमरजेंसी सुविधाएं उपलब्ध होती हैं, खासकर टोल रोड पर।
प्रश्न – क्या नेशनल हाईवे पर पैदल चलना या साइकिल चलाना अनुमति है?
उत्तर – तकनीकी रूप से मना नहीं है, लेकिन हाईवे की तेज़ रफ्तार और भारी ट्रैफिक की वजह से यह सुरक्षित नहीं माना जाता। इसलिए आम नागरिकों को इससे बचना चाहिए।
प्रश्न – राष्ट्रीय राजमार्गों पर GPS और रोड साइन की सुविधा कैसी होती है?
उत्तर- अधिकांश हाईवे अब डिजिटल मैप्स पर अपडेटेड होते हैं और रास्ते में सही दिशा देने वाले रोड साइन भी मौजूद होते हैं, जिससे सफर आसान हो जाता है।
प्रश्न – राष्ट्रीय राजमार्गों की निगरानी कैसे होती है?
उत्तर – कई हाईवे पर CCTV कैमरे, टोल प्लाजा रिकॉर्डिंग और मोबाइल पेट्रोलिंग से निगरानी रखी जाती है, जिससे सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके