IFS Officer Kaise Bane | आईएफएस आधिकारी के पास होती है ये पावर  जानें कैसे करें तैयारी

यदि आपने कभी सोचा है कि विदेशों में भारत की छवि कौन बढ़ाता है तो इसका उत्तर है   IFS Officer  ये वे अधिकारी हैं जो देश की नीतियों और संस्कृति को दुनिया के सामने गरिमा के साथ कायम रखते हैं   विदेश में रहते हुए भी उनका दिल भारत की धड़कनों से जुड़ा हुआ रहता हैयह नौकरी सिर्फ एक पद नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है जिसमें देश की प्रतिष्ठा दांव पर लगी रहती है  कई युवा इस रास्ते को इसलिए चुनते हैं क्योंकि वे भारत को एक वैश्विक शक्ति बनते देखना चाहते हैं

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इस आर्टिकल में  हम आपको बताएगे कि  IFS Officer Kaise bane  और  IFS से जुड़ी हर महत्वपूर्ण बात यदि   आपका इरादा बड़ा है और आपकी प्रेरणा सच्ची है तो यह जानकारी आपके लिए बहुत मददगार साबित होगी

कौन होता है IFS Officer

एक IFS Officer विदेश में भारत की आवाज और छवि है इसका पूरा नाम Indian Foreign Service है और इसकी भूमिका केवल  कार्यालयों तक सीमित नहीं है बल्कि यह देश की पहचान और नीति को वैश्विक मंचों तक ले जाती है जब भी दो देशों के बीच व्यापारिक, कूटनीतिक या सांस्कृतिक संबंध मजबूत होते हैं तो इसके पीछे अक्सर एक IFS Officer की खामोश कड़ी मेहनत होती है यह अधिकारी न केवल देश का प्रतिनिधित्व करता है बल्कि भारत के मूल्यों और परंपराओं को भी दुनिया के सामने रखता है केंद्र सरकार के अधीन काम करने वाला यह पद गौरव और जिम्मेदारी का प्रतीक है

एक IFS Officer को सेना या पुलिस अधिकारी से कम सम्मान नहीं मिलता बल्कि उनसे कई गुना अधिक मिलता है इस पद पर पहुंचना आसान नहीं है लेकिन जो भी इस पद पर पहुंच गया वह भारत का गौरव बन गया  आईएफएस बनने का मतलब है दुनिया से भारत की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाना

IFS Officer के मुख्य कार्य क्या क्या होते है

IFS Officer के मुख्य कार्य कुछ इस प्रकार है जैसे

  • विदेशों में सांस्कृतिक और राजनीतिक रूप से भारत का प्रतिनिधित्व करना
  • भारत और अन्य देशों के बीच संबंधों को मजबूत करना
  • अंतर्राष्ट्रीय समझौतों और बैठकों में भारत का प्रतिनिधित्व करना
  • विदेश में रहने वाले भारतीय नागरिकों की सहायता करना
  • विदेशी सरकारों को भारत की नीतियों के बारे में सूचित करना
  • दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश बढ़ाने में सहयोग करना
  • अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत की छवि सुधारना
  • विदेशों में भारतीय दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों का संचालन करना
  • विदेश नीति पर आधारित रिपोर्ट तैयार करना और भारत सरकार को भेजना
  • विदेशी मुद्दों पर भारत सरकार को सलाह देना और सहयोग देना

IFS Officer Kaise Bane

अगर आपका सपना IFS Officer बनकर भारत का नाम पूरी दुनिया में रोशन करना है तो इसके लिए पहली शर्त है ग्रेजुएशन की डिग्री जो  आपको किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में  पूरी करनी चाहिए  यह योग्यता ही आपको यूपीएससी परीक्षा में बैठने का अधिकार देती है IFS की  यात्रा यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा से शुरू होती है, जो हर साल आयोजित की जाती है और लाखों युवा इसमें शामिल होते हैं। खास बात यह है कि आप अपने ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष में भी इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।

वही अभ्यर्थी तैयारी में सफल होता है  परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अभ्यर्थी को विदेश सेवा संस्थान में कठोर प्रशिक्षण दिया जाता है इसके बाद विदेश मंत्रालय और विदेशों में भारतीय दूतावासों में सेवा करने का अवसर मिलता है। यहां से एक युवा का IFS Officer बनकर देश का चेहरा बनने का सपना असल में पूरा होता है

IFS Officer  बनने की चयन प्रक्रिया

IFS Officer  बनने की चयन  प्रक्रिया काफी स्पष्ट है लेकिन इसका रास्ता कड़ी मेहनत और धैर्य से भरा है इसमें  सबसे पहले आपको यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) के लिए आवेदन करना होगा। इसमें तीन चरण होते हैं जैसे  प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार

1. प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)

आईएफएस अधिकारी बनने के लिए पहला कदम यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा है इस  परीक्षा में दो पेपर होते हैं  एक सामान्य अध्ययन और दूसरा सीसैट जो आपकी सोच और निर्णय लेने की क्षमता का परीक्षण करता है  इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि  आप मुख्य परीक्षा के लिए पात्र हों या नहीं यह परीक्षा यूपीएससी द्वारा आयोजित की जाती है और इसे पास करना आईएफएस बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है

2. मुख्य परीक्षा (Mains Exam)

मुख्य परीक्षा यूपीएससी परीक्षा का दूसरा और सबसे महत्वपूर्ण चरण है इसमें 9 पेपर होते हैं जिनमें से दो पेपर वैकल्पिक होते हैं जबकि शेष पेपर अनिवार्य होते हैं मुख्य परीक्षा में आपके ज्ञान की गहराई और विश्लेषणात्मक क्षमता पर विशेष ध्यान दिया जाता है जो किसी भी आईएफएस अधिकारी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है यह परीक्षा आपकी विषय विशेषज्ञता, लेखन कौशल और सोचने की क्षमता का परीक्षण करने के लिए तैयार की गई है इसमें सफल होने के बाद ही अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिए पात्र होंगे

3. साक्षात्कार (Interview)

साक्षात्कार यूपीएससी परीक्षा का अंतिम और निर्णायक चरण है  यह अभ्यर्थी के व्यक्तित्व, निर्णय लेने की क्षमता और उसके द्वारा दर्शाई गई विचार की गहराई का परीक्षण करता है  यह उनकी मानसिक स्थिति और तर्क शक्ति को परखने का अवसर है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे उच्च पदों पर जिम्मेदारी संभालने में सक्षम हैं साक्षात्कार के दौरान अभ्यर्थी का आत्मविश्वास, दृष्टिकोण और जीवन के अनुभव भी महत्वपूर्ण माने जाते हैं यदि आप इस चरण को पास कर लेते हैं तो IFS अधिकारी बनने का आपका रास्ता पूरा हो जाता है

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IFS Officer  के लिए योग्यता

  • आईएफएस अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवार की आयु 21 से 32 वर्ष के बीच होनी चाहिए
  •  अभ्यर्थी के पास किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए
  • अभ्यर्थी भारतीय नागरिक होना चाहिए, हालांकि नेपाल और भूटान के नागरिक भी आवेदन कर सकते हैं
  •  IFS अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवार का शारीरिक रूप से स्वस्थ होना जरूरी है, साथ ही कुछ विशेष शारीरिक मानकों का पालन करना होता है
  •  UPSC के लिए उम्मीदवार को एक वैकल्पिक विषय का चयन करना होता है, जो IFS की परीक्षा के लिए उपयुक्त हो

IFS Officer  का वेतन

पदवेतनमान (प्रति माह)ग्रेड पे / लेवल
जूनियर टाइम स्केल56100 – 1,77,500लेवल 10
सीनियर टाइम स्केल67700 – 2,08,700लेवल 11
जूनियर एडमिन ग्रेड78800 – 2,09,200लेवल 12
सलेक्शन ग्रेड118500 – 2,14,100लेवल 13
अपर सचिव स्तर144200 – 2,18,200लेवल 14
सचिव स्तर205400 – 2,24,400लेवल 15

IFS Officer की मिलने वाली सुविधाएँ

  • IFS Officer को विदेश में रहने के लिए शानदार आवास सुविधाएं मिलती हैं जो पूरी तरह सुसज्जित होती हैं
  • विदेश में ड्यूटी के दौरान उन्हें विशेष भत्ते और विदेशी भत्ता मिलता है
  • उन्हें सरकारी वाहन और ड्राइवर की सुविधा भी प्रदान की जाती है
  • परिवार के साथ विदेश यात्रा, बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य बीमा जैसे लाभ भी उपलब्ध हैं
  • इन अधिकारियों को वीआईपी सुविधाएं और राजनयिक पासपोर्ट भी दिए जाते हैं
  • कई देशों में उन्हें कर से भी छूट दी जाती है जिससे उनका वेतन और भी अधिक लाभकारी हो जाता है
  • सोशल इवेंट्स और इंटरनेशनल सम्मेलनों में शामिल होने का सम्मानजनक अवसर मिलता है

FAQs

प्रश्न – क्या IFS Officer और IAS Officer एक जैसे होते हैं?

उत्तर – नहीं दोनों अलग-अलग सेवाएं हैं। IFS विदेश मामलों से जुड़ा होता है,जबकि IAS प्रशासनिक सेवा से जुड़ा होता है

प्रश्न – क्या IFS बनने के लिए इंटरव्यू ज़रूरी है?

उत्तर – जी हाँ UPSC के तीनों चरणों में इंटरव्यू अंतिम और निर्णायक चरण होता है

प्रश्न –  क्या IFS अधिकारी विदेशों में ही काम करते हैं?

उत्तर – IFS अधिकारी अधिकतर समय विदेशों में भारतीय दूतावासों में कार्यरत रहते हैं लेकिन कुछ समय भारत में भी काम करते हैं।

प्रश्न –  क्या हिंदी मीडियम वाले छात्र IFS बन सकते हैं?

 उत्तर –  बिलकुल, UPSC परीक्षा में भाषा की कोई बाधा नहीं है, आप हिंदी माध्यम से भी IFS बन सकते हैं।

प्रश्न – IFS Officer की सबसे बड़ी जिम्मेदारी क्या होती है?

उत्तर – अपने देश की छवि और नीतियों को विदेशों में सही ढंग से प्रस्तुत करना इनकी सबसे अहम जिम्मेदारी होती है

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