Architect Kaise Bane In Hindi | आर्किटेक्ट कैसे बनें जानिए स्टेप बाय स्टेप गाइड 2025

क्या आप उन लोगो में से है जो इमारतों की डिज़ाइन देख कर सोचते है काश में भी कुछ अनोखा बना पाता अगर हाँ तो आर्किटेक्ट बनना आपके लिए एक परफेक्ट करियर हो सकता है यह केवल इमारते बनाने का काम नहीं है बल्कि एक कला है जहाँ आपके आइडियाज हकीकत का रूप लेते है एक आर्किटेक्ट  ऐसा स्पेस डिज़ाइन करता है जो लोगो के जीवन को आरामदायक और बेहतर बना सके

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अगर आप भी इस रचनात्मक दुनिया का हिस्सा बनना चाहते है तो आपको सही शिक्षा तकनीकी ज्ञान और दृष्टिकोण की आवश्यकता होगी इस पोस्ट में हम आपको बताएगे कि आर्किटेक्ट बनने के लिए कौन कौन से स्टेप आवश्यक है किन कोर्सेज और स्किल्स की आवश्यकता होती है तो अगर आप भी अपने आइडियाज को असली रूप में देना चाहते है तो आइए जानते है Architecture kaise Bane

Architect Kaise Bane

 आर्किटेक्ट  जिसे हिंदी में वास्तुकार भी कहा जाता है आर्किटेक्ट एक ऐसा प्रोफेशनल होता है जो इमारतों घरो ऑफिस, मॉल और अन्य संरचनाओ को डिज़ाइन करने का काम करता है उनका मुख्य काम यह सुनिश्चित करना होता है कि जो भवन बनाया जाए वह खूबसूरत के साथ मज़बूत भी हो आर्किटेक्ट  केवल इमारतों का डिज़ाइन नहीं बनाते बल्कि वह यह भी देखते है कि उसका निर्माण कैसे किया जाए उसमे कोन सी सामाग्री इस्तेमाल हो और वह पर्यावरण के लिए कितना अनुकूल है

इसलिए एक अच्छा आर्किटेक्ट बनने के लिए विज्ञान इंजीनियरिंग और डिज़ाइन का गहरा ज्ञान होना आवश्यक है आर्किटेक्ट  अपने क्लाइंट की आवश्यकताओं को समझ कर उन्हे एक बहतरीन प्लान में बदलते है इसके अलावा वे निर्माण प्रक्रिया के दौरान हर चरण पर नज़र रखते है ताकि हर काम सही तरीके से हो सके यह पेशा न केवल रचनात्मकता बल्कि ज़िम्मेदारी और सटीकता की भी मांग करता है  

आर्किटेक्ट कैसे बनें

आर्किटेक्ट बनने के लिए एक सुनियोजित शैक्षणिक और प्रोफेशनल रास्ता अपना ना पड़ता है यह एक ऐसा करीयर है जिसमे रचनात्मकता तकनीकी ज्ञान और डिज़ाइन कौशल का संतुलन होता है

स्टेप से समझे

1. शैक्षणिक योग्यता

 आर्किटेक्ट बनने के लिए सबसे पहले 12वीं कक्षा में साइंस स्ट्रीम से पढ़ाई करे इसके अलावा मैथ्स और फिजिक्स जैसे विषयो पर भी ध्यान देना ज़रूरी है  इसके बाद आर्किटेक्ट की  पढ़ाई के लिए भारत में (नेशनल एप्टीटुड टेस्ट इन आर्किटेक्टर ) या JEE मीन पेपर 2 जैसी प्रवेश परीक्षा देनी होती है इस परीक्षाओ में ड्राइंग , अब्ज़र्वेशन और एप्टीटुड से संभंधित पूछे जाते है

2. आर्किटेक्चर  की डिग्री

12वीं के बाद आप B. Arch का कोर्स कर सकते है यह कोर्स 5 साल का होता है इस कोर्स में डिज़ाइन , कंस्ट्रक्शन और आर्किटेक्चरल प्लानिंग से जानकारी दी जाती है इस के अलावा अगर आप और नॉलिज हासिल करना चाहते है तो M.Arch कोर्स कर सकते है यह 2 साल का कोर्स होता है और आप इसमें अपनी रूचि के अनुसार विशेषज्ञता चुन सकते है जैसे सस्टेनेबल आर्किटेक्चर ,इंटीरियर  डिज़ाइन आदि

3. इंटर्नशिप और प्रैक्टिकल अनुभव

बैचलर ऑफ़ आर्किटेक्चर (B. Arch) के बाद इंटरनशिप करना आवश्यक होता है | इससे आपको रियल वर्ल्ड प्रोजेक्ट्स पर काम करने का मौका मिलता है और प्रोफेशनल नेटवर्क बनाने में मदद मिलती है

4. लाइसेन्स और रजिस्ट्रेशन

भारत में आर्किटेक्ट के रूप में प्रैक्टिस करने  के लिए आपको COA के साथ रजिस्ट्रेशन करवाना  होता है इसके लिए B.Arch डिग्री और प्रैक्टिस अनुभव अवश्य है

5. स्किल्स और गुण

  • आर्किटेक्ट को डिज़ाइन और नवाचार में रूचि होनी चाहिए
  • इंजीनियरिंग  और निर्माण  से जुड़ी जानकारी अवश्य है
  • क्लाइंट और टीम के साथ अच्छी तरह से काम करने के लिए संवाद कौशल महत्वपूर्ण है
  • डिज़ाइन और निर्माण के दौरान आने वाली चुनोतियो को हल करने की क्षमता होनी चाहिए

यदि आप इन स्टेप को  ध्यान से फॉलो करते है तो अआप  सफल  आर्किटेक्ट बन सकते है और समाज को बेहतर रहने और काम करने के लिए जगहै प्रदान कर सकते है  

आर्किटेक्ट की सेलेरी

आर्किटेक्ट की सेलेरी अनुभव लोकेशन  और विशेषज्ञता पर निर्भर करती है सही स्किल्स और मेहनत के साथ आप इस फिल्ड में शानदार कमाई कर सकते है और एक सफल करियर बना सकते है

अनुभवऔसत वर्षीय सैलरी
फ्रेशर 2 साल एक्सपीरियंस3 से 6 लाख
मीडिल लेवल 3 से 7 साल  एक्सपीरियंस7 से 12 लाख
सीनीयर 8 साल  एक्सपीरियंस15 से 30 लाख
टॉप आर्किटेक्टस50 लाख
प्राइवेट कम्पनियाँ4 से 15 लाख   
सरकारी जॉब्स5 से 12 लाख 
इंटरनेशनल आर्किटेक्ट20 से 50 लाख

आर्किटेक्ट और इंजीनियर में क्या अंतर है

आर्किटेक्टऔर  इंजीनियर दोनों ही निर्माण और डिज़ाइन के क्षेत्र में काम करते है लकिन इन दोनों में थोड़ा अंतर होता है जैसे

कार्य और ज़िम्मेदारिया

  •  आर्किटेक्ट का मुख्य कार्य इमारतों और संरचनाओं का डिज़ाइन तैयार करना होता है वे  इमारत की खूबसूरती और स्पेस के इस्तेमाल पर ध्यान देते है
  •  इंजीनियर का कार्य डिज़ाइन को तकनिकी रूप से संभव बनाना होता है वे यह सुनिश्चित करते है कि इमारत मज़बूत सुरक्षित और निर्माण नियमो के अनुसार बने

शिक्षा और योग्यता

  • आर्किटेक्ट बनने के लिए B.Arch की डिग्री आवश्यक होती है इसमें डिज़ाइन कला और निर्माण की बारीकिया सिखाई जाती है
  • इंजीनियर बनने के लिए B. Tech या BE की डिग्री आवश्यक होती है इसमें गणितीय और तकनीकी पहलुओं पर ज़ोर दिया जाता है

डिज़ाइन और निर्माण प्रक्रिया

  • आर्किटेक्ट डिज़ाइन के शुरुआती चरण में शामिल होते है और क्लाइंट की ज़रूरतों के अनुसार प्लान तैयार करते है
  • इंजीनियर डिज़ाइन को व्यावहारिक रूप देते है और यह सुनिश्चित करते है कि निर्माण प्रक्रिया सही ढंग से हो

सॉफ्टवेयर और टूल्स

  • आर्किटेक्ट AutoCAD SketchUp ,Revit और 3D मॉडलिंग सॉफ्टवेयर का उपयोग करते है
  • इंजीनियर AutoCAD,  STAAD Pro ETABS और अन्य स्ट्रक्टरल एनलाइसिस का उपयोग करते है
करियर के अवसर
  • आर्किटेक्ट रजिडेशियल , कमर्शियल , इंटीरियर डिज़ाइन और सस्टेनेबल जैसे क्षेत्रो में काम कर सकते है
  • इंजीनियर कंस्ट्रक्शन सिविल मेकैनिकल इलेक्ट्रिकल और सॉफ्टवेयर इंजिनयरिंग जैसे क्षेत्रो में काम कर सकते है

समन्वय

  • आर्किटेक्ट  और इंजीनियर दोनों एक दूसरे के साथ मिलकर काम करते है आर्किटेक्ट डिज़ाइन तैयार करते है और इंजीनियर उसे  व्यावाहरिक रूप देते है 

भारत में आर्किटेक्ट लाइसेंस प्राप्त करें

भारत में आर्किटेक्ट  बनाने के लिए B.Arch की डिग्री और COA से लाइसेंस प्राप्त करना आवश्यक है बिना COA लाइसेंस के कोई भी व्यक्ति क़ानूनी रूप से आर्किटेक्ट के रूप में काम नहीं कर सकता  यदि आप इस क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हो तो COA से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को समय पर पूरा करे और अपने प्रोफेशनल करियर की शुरुआत करें

COA लाइसेंस के लाभ

  • भारत में किसी भी आर्किटेक्चर फर्म में काम करने की पात्रता
  • सरकारी और निजी प्रोजेक्ट्स पर काम करने का अधिकार
  • अपनी खुद की आर्किटेक्चर फर्म खोलने की अनुमति

भारत में आर्किटेक्चर फीस क्या हैं

भारत में आर्किटेक्चर फीस अलग अलग कॉलेजो पर निर्भर करती है जैसे

1. सरकारी कॉलेजो में आर्किटेक्चर की  फीस

कॉलिज का नामवर्षीय फीस
SPA दिल्ली60000 से 80000 तक
नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (NIT)1 लाख से 2 लाख तक
इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (IIT)2 लाख से 3 लाख तक
JNU BHU अन्य सरकरी कॉलिज50 से 1 लाख तक

2. प्राइवेट  कॉलेजो में आर्किटेक्चर की  फीस

कॉलिज का नामवर्षीय फीस
मनिपाल यूनिवर्सिटी3 लाख से 5 लाख तक
Amity यूनिवर्सिटी2.5 लाख से 4 लाख तक
SRM यूनिवर्सिटी2.5 लाख से 4 लाख तक
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU )2 लाख से 3 लाख तक
अन्य प्राइवेट कॉलिज1.5 लाख से 5 लाख तक

3. कुल 5 साल की अनुमति फीस

कॉलिज का प्रकारकुल फीस
सरकारी कॉलिज2 लाख से 10 लाख तक
प्राइवेट कॉलिज10 लाख से 25 लाख तक

FAQs

प्रश्न -आर्किटेक्ट कोन होता है ?

उत्तर – इमारतों को डिज़ाइन और प्लानिंग करने वाला प्रोफेशनल

प्रश्न – आर्किटेक्ट को कौन सा कोर्स करना होता है ?

उत्तर – आर्किटेक्ट को B.Arch 5 साल का कोर्स करना पड़ता है

प्रश्न – आर्किटेक्ट बनने के लिए कौन से परीक्षा आवशयक है ?

उत्तर – आर्किटेक्ट बनने के लिए NATA या JEE Main Paper 2 पास करना होता है

प्रश्न – आर्किटेक्ट को COA  लाइसेंस क्यों आवश्यक है ?

उत्तर – भारत में क़ानूनी रूप से आर्किटेक्ट बनने के लिए COA लाइसेंस आवश्यक है

प्रश्न – क्या आर्किटेक्ट फ्रीलांसिंग कर सकता है ?

उत्तर – हाँ आर्किटेक्ट फ्रीलांसिंग कर सकता है और अपनी फर्म भी खोल सकता है

प्रश्न – आर्किटेक्ट और इंजीनियर में क्या फर्क है ?

उत्तर – आर्किटेक्ट डिज़ाइन बनाता है और इंजीनयर निर्माण करता है

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