एक एडवोकेट वह व्यक्ति होता है जो कानून के क्षेत्र में काम करता है और लोगो को क़ानूनी सलाह देता है या उनके मामलों में कोर्ट में लड़ता है एडवोकेट का मुख्य कार्य क़ानूनी समस्याओ को हल करना दस्तावेज़ तैयार करना और न्याय प्रक्रिया में लोगो का प्रतिनिधित्व करना होता है एडवोकेट कई प्रकार के होते है जैसे सॉलिसटर बैरिस्टर , जज या कानूनी सलहाकार हर देश में एडवोकेट बनने के नियम नियम अलग होते है
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भारत में एडवोकेट बनने के लिए सबसे पहले कानून की डिग्री हासिल करनी होती है एडवोकेट बनना एक ज़िम्मेदारी भरा काम है क्योकि इसमें लोगो के अधिकारों और न्यय के लिए लड़ना शामिल होता है अगर आप भी एडवोकेट बनना चाहते है और जनना चाहते है कि एडवोकेट कैसे बनें तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़े
एडवोकेट कैसे बनें
advocate kaise bane-: एडवोकेट बनने के लिए कुछ महतवपूर्ण कदमो का पालन करना होता है यह प्रक्रिया थोड़ी चुनौतीपूर्ण हो सकती है लकिन सही मेहनत और तैयारी से इसे पूरा किया जा सकता है जैसे
1. 12वीं कक्षा पास करें
सबसे पहले आपको किसी भी स्ट्रीम से 12 वीं कक्षा पास करनी होगी इसके बाद ही आप एडवोकेट की पढ़ाई के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते है
2.कानून की डिग्री LLB प्राप्त करें
एडवोकेट करने के लिए कानून की डिग्री LLB ज़रूरी है यह कोर्स केवल 5 साल का होता है जैसे 12 वीं के बाद किया जा सकता है अगर आपने ग्रेजुऐक्शन पूरा कर लिया है तो 3 साल का LLB कोर्स कर सकते है
3. BCI की परीक्षा पास करें
LLB पूरा करने के बाद आपको बार कांउसिल ऑफ़ इंडिया BCI की परीक्षा पास करनी होगी इस परीक्षा को AIBE कहा जाता है इसे पास करने के बाद ही आप एडवोकेट के रूप में प्रैक्टिस कर सकते है
4. बार कांउसिल में पॉजिस्ट्रशन करें
AIBE पास करने के बाद आपको अपने राज्य की बार कांउसिलमें रजिस्ट्रेशन करना होगा इसके बाद आपको एक वकील के रूप में प्रमाण पत्र सर्टिफिकेट ऑफ़ प्रैक्टिस मिल जाएगा
5. प्रैक्टिस शुरू करें
रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद आप कोर्ट में केस लड़ सकते है क़ानूनी सलाह दे सकते है या किसी लॉ फर्म के साथ काम कर सकते है
एडवोकेट बनने के लिए अवश्य स्किल्स
- क़ानूनी ज्ञान
- तर्कशक्ति और विश्लेषण क्षमता
- कम्युनिकेशन स्किल्स
- धैर्य और समर्पण
एडवोकेट बनने के लाभ
एडवोकेट बनना न केवल एक समान्यजनक पेशा है बल्कि इसमें कई तरहा के लाभ भी है यह करियर न सिर्फ व्यक्तिगत विकास के लिए बेहतर है बल्कि समाज में भी आपकी अलग पहचान बनाता है जैसे
समाज में सम्मान
एडवोकेट को समाज में एक सम्मानित व्यक्ति के रूप में देखा जाता है उन्हे न्यय दिलाने वाले और लोगो के अधिकारों की रक्षा करने वाले के तोर पर जाना जाता है
आर्थिक स्थिरता
एडवोकेट के रूप में काम करने से अच्छी कमाई होती है अनुभव और विशेषज्ञता के साथ आपकी आय पढ़ती जाती है सीनियर एडवोकेट की फीस काफी अधिक होती है
स्वतंत्रता
एडवोकेट के रूप में आप अपना खुद का प्रैक्टिस खोल सकते है इससे आपको काम करने की आज़ादी मिलती है और आप अपने काम के समय और तरीके खुद ते कर सकते है
समाज सेवा का अवसर
एडवोकेट बनकर आप समाज की सेवा कर सकते है गरीब और ज़रूरत मंदो को न्यय दिलाने में मदद करना एक बड़ा योगदान होता है
विविधता और चुनौती
इस पेशे में हर दिन एक नई चुनौती होती है अलग अलग केस और क़ानूनी समस्या आपके ज्ञान और कौशल को बढ़ाती है
नेटवर्किंग
एडवोकेट के रूप में आप न्यायपालिका पुलिस , और अन्य क़ानूनी पेशेवरों के साथ काम करते है इससे आपका नेटवर्क बढ़ता है और आपको नई अवसर मिलते है
क़ानूनी लाभ का ज्ञान
एडवोकेट बनने के बाद आपको कानून की गहरी समझ होती है यह ज्ञान न केवल आपके पेशे में बल्कि व्यक्तिगत जीवन उपयोगी
करियर में विविधता
एडवोकेट के रूप में आप अलग अलग क्षेत्रो में काम कर सकते है जैसे क्रमिनल लॉव , सिविल लॉव , कार्पोरेट लॉव टेक्स लॉव या फॅमिली लॉव इससे आप अपनी रूचि के अनुसार करियर चुन सकते है
एडवोकेट की ज़िम्मेदारिया
- मुवक्किल को उनके मामलों से जुड़ी सही क़ानूनी जानकारी और मर्कदर्शन देना
- मुवक्किल के पक्ष में तर्क देना और न्यायलय में उनका बचाओ करना
- वाद ,अनुबंध , वसीयत आदि से जुड़े दस्तावेज़ का निर्माण करना
- सच्चाई और न्यय को बढ़ावा देना और अपने मुवक्किल के हितो की रक्षा करना
एडवोकेट बनने के लिए बेस्ट कोर्सेज
बैचलर ऑफ़ लॉ LLB
- यह 3 साल का कोर्स है जो ग्रेजुएशन के बाद होता है
- अगर आप 12वीं के बाद ही लॉ की पढ़ाई करना चाहते है तो 5 साल का इंटीग्रेटेड कोर्स जैसे BA LLB , BA LLB करसकते है
BA LLB , BBA LLB , B. LLB
- यह 5 साल के कोर्स है जो 12 वीं के बाद किए जाते है
- इनमे आर्ट्स , कॉमर्स या बिजनेस के साथ कानून की पढ़ाई होती है
मास्टर ऑफ़ लॉ LLM
- यह 2 साल का कोर्स है जो LLB के बाद किया जाता है
- इसमें आप क्रिमिनल लॉ ,कॉर्पोरटे लॉ या इंटरनेशनल लॉ जैसे क्षेत्रो में स्पेशलाइज़ेशन कर सकते है
डिप्लोमा इन लॉ
- यह 1 साल का शार्ट टर्म कोर्स है
- इसमे साइबर लॉ ,टैक्स लॉ या ह्यूमन राइट्स लॉ जैसे विषयो की पढ़ाई होती है
सर्टिफिकेट कोर्सेज
- यह 6 महीने से 1 साल के कोर्स होते है
- इनमे कानून के छोटे छोटे विषयो पर फोकस किया जाता है
ऑनलाइन लॉ कोर्सेज
- इंटरनेट पर कई प्लेटफार्म पर लॉ से जुड़े कोर्सेज मिलते है जैसे Coursera, edx
- ये कोर्सेज कम समय में बेसिक ज्ञान देते है
भारत टॉप यूनिवर्सिटी इन लॉ
- नेशनल लॉ स्कूल ऑफ़ इंडिया यूनिवर्सिटी (NLSIU ) बैंगलोर
- नेशनल लॉ इंस्टीटयूट यूनिवर्सिटी (NLIU ) भोपाल
- फेकल्टी ऑफ़ लॉ दिल्ली यूनिवर्सिटी
- सिम्बायोसिस लॉ स्कूल पुणे
- ILS लॉ कालेज पुणे
एडवोकेट बनने के लिए बेस्ट बुक्स
अगर आप एडवोकेट बनना चाहते है तो कानून की पढ़ाई के लिए कुछ बेहतरीन बुक्स है जो आपकी तैयारी में मदद कर सकती है
क्रमांक | बुक का नाम | लेखक | उपयोगी |
1. | Indian Penal Code (IPC) | Ratanlal & Dhirajlal | भारतीय दंड संहिता (Criminal Law) |
2. | Constitution of India | P.M. Bakshi | भारतीय संविधान (Constitutional Law) |
3. | Law of Torts | R.K. Bangia | टॉर्ट्स (Civil Wrongs) |
4. | Criminal Procedure Code (CrPC) | Kelkar | आपराधिक प्रक्रिया (Criminal Procedure) |
5. | Contract and Specific Relief | Avtar Singh | कॉन्ट्रैक्ट और विशेष राहत (Contract Law) |
6. | Hindu Law | Mulla | हिंदू कानून (Personal Law) |
करियर
- वकील के रूप में अदालय में मुवक्किल का प्रतिनिधित्व करना
- कम्पनियो के लिए क़ानूनी सलाह देना और कॉन्ट्रेक्ट तैयार करना
- सरकारी केस लड़ना और नयय प्रणाली में योगदान देना
- प्राइवेट और सरकारी संस्थानों को क़ानूनी सलाह देना
- न्यायीक परीक्षा पास कर जज के रूप में करियर बनाना
- विवादों को अदलात के बहार सुलझाने में विशेषज्ञता
- UPSC जैसी परीक्षा के माध्यम से प्रशासनिक सेवा में प्रवेश
एडवोकेट की सेलरी
क्रमांक | पद | सैलरी प्रतिमाह | विशेषताएं |
1. | फ्रेशर वकील | 10,000 से 25,000 | केस पर आधारित कमाई, अनुभव बढ़ने के साथ आय बढ़ती है |
2. | सरकारी वकील | 40,000 से 70,000 | स्थिर सैलरी, सरकारी लाभ और भत्ते शामिल |
3. | कॉरपोरेट लॉयर | 50,000 से 1,50,000 | कंपनी और अनुभव के आधार पर सैलरी में बड़ा अंतर |
4. | सीनियर एडवोकेट | 2,00,000 से 10,00,000 | प्रतिष्ठित वकील लाखों में फीस चार्ज करते हैं |
5. | जज | 1,00,000 2,50,000 | जजों को अच्छी सैलरी और भत्ते मिलते हैं |
आवश्यक दस्तावेज़
- शैक्षणिक प्रमाण पत्र
- 12वीं और ग्रेजुएशन की मार्कशीट
- LLB डिग्री और मार्कशीट
- आधार कार्ड , पैन कार्ड या पासपोर्ट
- पासपोर्ट साइज फोटो
- हस्ताक्षर
- स्थायी निवास प्रमाण पत्र
- बार काउंसिलिग के आवेदन का फॉर्म
- रजिस्ट्रेशन शुल्क की रसीद
- कैरेक्टर सर्टिफिफेट
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
वेबसाइट पर जाए
- सबसे पहले अपने राज्य की बार कॉउन्सिलिंग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाए
- इनरोल एस एडवोकेट या नई रजिस्ट्रेशन का ऑप्शन ढूढै
रजिट्रेशन फॉर्म भरे
- नाम
- जन्म तिथि
- पिता का नाम
- पता
- मोबाइल नंबर
दस्तावेज़ अपलोड करे
- 12वीं और ग्रेजुएशन की मार्कशीट
- LLB डिग्री और मार्कशीट
- आधार कार्ड , पैन कार्ड या पासपोर्ट
- पासपोर्ट साइज फोटो
- हस्ताक्षर
फीस जमा करे
- ऑनलाइन पेमेंट करे डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड और UPI द्वारा
- भुगतान सफल होने के बाद आपको एक रसीद मिलेगी उसे सम्भाल कर रखें
FAQs
प्रश्न – एडवोकेट बनने के लिए कौन सी डिग्री चाहिए
उत्तर – LLB की डिग्री
प्रश्न – बार काउसिलिंग में रजिस्ट्रेशन क्यों ज़रूरी है
उत्तर – कोर्ट में प्रैक्टिस करने के लिए
प्रश्न – AIBE का फुल फॉर्म किया है
उत्तर – All India Bar Exminaton
प्रश्न – एडवोकेट की शुरुआती सेलरी कितनी होती है
उत्तर – 10000 से 25000 प्रतिमाह तक
प्रश्न – क्या एडवोकेट सरकारी नौकरी कर सकता है
उत्तर – हाँ सरकारी वकील बन सकता है